ट्रेनों के लेट होने पर रेलवे का नया फंडा
ट्रेनों के सफ़र की अवधी को बढ़ाया
गंतव्य पर भारी लूज टाइमिंग से चल रही है ट्रेन
ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों में बढ़ रही नाराजगी को दूर करने के लिए कटिहार रेल मंडल ने नया रास्ता निकाल लिया है। रेलवे द्वारा अलुआबाड़ी सिलीगुड़ी रेलखंड में चलने वाली ट्रेनों के सफर की अवधि को ही बढ़ा दिया है । इससे ट्रेन अब अपने गंतव्य स्टेशन पर देरी से पहुंचेगी, लेकिन तकनीकी रूप से ट्रेनों को लेट नहीं कहा जाएगा। ट्रेनों के गंतव्य पर भारी लूज टाइमिंग से चलेगी किये जाने के कारण रेलवे भले यह दिखाने में कारगर सिद्ध हो रही है की ट्रेने समय से चल रही है लेकिन कभी कभार यात्रियों को इस लूज टाइमिंग के कारण घंटो बैठना पड़ रह है
कंचनकन्या एक्सप्रेस में बागडोगरा से सिलीगुड़ी की 10 किमी की दुरी 45 मिनट में : ट्रेने के गंतव्य पर लूज टाइमिंग का असर यह है की अलुआबाड़ी - सिलीगुड़ी रेलखंड पर चलने वाली ट्रेने यदि नियमित समय पर बागडोगरा पहुच जाए तो लगभग आधे घंटे तक ट्रेनों को यहाँ रोक दिया जाता हे . सियालदाह से आने वाली कंचनकन्या एक्सप्रेस ठाकुरगंज से बागडोगरा की 46 किमी की दुरी 50 मिनट में पूरी करती हे लेकिन बागडोगरा से सिलीगुड़ी की 10 किमी की दुरी तय करने के लिए रेलवे ने 45 मिनट निर्धारित किये है .यही लूज टाइमिंग रेलवे ट्रेनों की लेटलतीफी के दौरान मेनेज करता हे
राधिकापुर ड़ेम्यु के यात्रियो को नक्सलबाड़ी में होना पड़ता है परेशान : राधिकापुर से सिलीगुड़ी के बीच चलने वाली ड़ेम्यु का समय ठाकुरगंज में सुबह 9 : ५८ है , इस ट्रेन का समय नक्सलबाड़ी में 10 : 43 पर निर्धारित है वही यह ट्रेन बागडोगरा 12 : 08 पर तो सिलीगुड़ी दोपहर 12 : 30 पर पहुँचने का निर्धारित है . यानी ठाकुरगंज से नक्सलबाड़ी के 33 किमी की दुरी 45 मिनट में यह ट्रेन तय करती है लेकिन नक्सल बाड़ी से बागडोगरा तक की 13 किमी की दुरी तय करने में इस ट्रेन को एक घंटा 15 मिनट लगता है , लेकिन बागडोगरा से सिलीगुड़ी के 10 किमी की दुरी केवल 22 मिनट में ही ट्रेन तय कर लेती हे . अब यह तो रेलवे ही बताएगा की इस ट्रेन के परिचालन के समय नक्सलबाड़ी से बागडोगरा के बीच क्या आपदा आती है की 13 किमी की दुरी पूरी करने में एक घंटा 15 मिनट लग जाता हे
कैपिटल को बागडोगरा से सिलीगुड़ी पहुँचने में लगते हे 10 मिनट : रेलवे टाइम टेबल पर यदि नजर डाली जाए तो इस रेल खंड पर चलने यात्रियों की पीड़ा समझी जा सकती है . कंचनकन्या को बागडोगरा से सिलीगुड़ी 10 किमी पहुँचने में 45 मिनट तो कटिहार इंटर सिटी को यह दुरी तय करने में 50 मिनट वही मालदा ड़ेम्यु को यह दुरी तय करने में एक घंटा 20 मिनट वही बालुरघाट इंटरसिटी को यह दुरी तय करने में 35 मिनट लगते हे वही महानंदा एक्स्प्रेस को 25 मिनट तो कैपिटल को केवल 10 मिनट लगती है
लूज टाइमिंग यात्रियों की परेशानी का बन रहा कारण : आम तोर पर राधिकापुर डेम्यु नियत समय पर ही चलती है लेकिन नियत समय पर यह ट्रेन नक्सलबाड़ी पहुँचती है तो उसको वहां कम से कम एक घंटा बैठा दिया जाता हे . उसके बाद ही ट्रेन को सिलीगुड़ी की तरफ रवाना किया जाता हे .
एक ही स्टेशन की दुरी तय करने में अलग मापदंड क्यों : बागडोगरा से सिलीगुड़ी की दुरी 10 किमी है तो इस 10 किमी की दुरी करने में अलग अलग ट्रेनों को अलग अलग समय केसे लग सकता है . ट्रेनों की लेटलतीफी को कंट्रोल करने के चक्कर में यात्रियों को परेशान कर रहा है रेलवे